इंसानियत पर दोहरा रवैया
शेख हसीना जी, सुना है आप रोहिंग्या मुसलमानों के दुख से दुखी हैं। जब पूरे विश्व का कोई भी देश इस धरती के सबसे अधिक प्रताड़ित जनसमूह को आश्रय नहीं देना चाहता तब आप उन्हें शरण दे रही हैं। इसी कारण आपकी तुलना जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ होने लगी है। भारत में 40 …